अपनी आखरी सांस तक बोली थी वो... मुझे जीना है अपनी आखरी सांस तक बोली थी वो... मुझे जीना है
क्योंकि मैं भी जीवन कुरुक्षेत्र के चक्र व्यूह में फंस जाता हूँ क्योंकि मैं भी जीवन कुरुक्षेत्र के चक्र व्यूह में फंस जाता हूँ
आशा व विश्वास भरे वो पल अरमानों और आकांक्षाओं से भरे वो पल। आशा व विश्वास भरे वो पल अरमानों और आकांक्षाओं से भरे वो पल।
कांटों पे चलना सीखा हद पार करके कांटों पे चलना सीखा हद पार करके
सारी इच्छाएँ उसकी मैं उनका साधन, सारे लोग उसके मैं एक अनाथिन सारी इच्छाएँ उसकी मैं उनका साधन, सारे लोग उसके मैं एक अनाथिन